5 Common Mistakes by New Bloggers
5 गलतियाँ जो अक्सर नये Bloggers करते हैं।
जब भी हम कोई नया काम शुरू करते है तो शुरू में गलतियाँ होना स्वभाविक है। शुरू में गलती करना आम बात है। हम बहुत कुछ अपने किए गये गलतियों से भी सीखते हैं।
अपने किए गए गलतियों से सीखें ये अच्छी बात है लेकिन सीखने के लिए जानबूझ कर गलती करें, ये सही बात नहीं है। अगर हम कोई गलती बार-बार कर रहे है इसका मतलब है हम अपने गलतियों से सीख नहीं रहे है बल्कि उस काम को हल्के मे ले रहे हैं।
वैसे तो ऐसे बहुत सारे common mistakes हैं जो हर जगह के new ब्लॉगर करते है, लेकिन मेरे हिसाब से कुछ ऐसे भी common mistakes हैं जो प्रायः अपने यहाँ के ब्लॉगर ही करते है, उसमें भी हिन्दी blogger। यही कारण है की हिन्दी bloggers का success rate अन्य की तुलना में बहुत ही कम है।
वैसे तो ऐसे बहुत सारे common mistakes हैं जो हर जगह के new ब्लॉगर करते है, लेकिन मेरे हिसाब से कुछ ऐसे भी common mistakes हैं जो प्रायः अपने यहाँ के ब्लॉगर ही करते है, उसमें भी हिन्दी blogger। यही कारण है की हिन्दी bloggers का success rate अन्य की तुलना में बहुत ही कम है।
किसी काम को हल्के में लेना असफलता की पहली सीढी है। जब भी कोई बड़ा business group कोई नया काम शुरू करता है तो सबसे पहले वो उस नये काम के बारे मे पूरा रिसर्च करता है। उसके बाद एक road map तैयार करता है, फिर उस नए business की शुरुआत करता है।
अगर हम business कि शुरुआत प्लानिंग और रिसर्च के साथ करेंगे तो सफलता निश्चित है, वहीं इसके बिना शुरू किए गये काम सफलता की कोई गारंटी नहीं है।
इसको एक उदाहरण से समझ सकते है। एक ही business घराना रिलायंस के छोटे भाई द्वारा शुरू किया गया Reliance Infocom कर्ज में डूबकर बंद हो गया, जबकि बड़े भाई द्वारा शुरू किया गया Jio आज के समय में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली mobile network कंपनी है।
Blogging क्या है ?
इसका शाब्दिक अर्थ होता है चिट्टा। वर्तमान समय में digital form में पाया जानेवाला कोई भी information Blog की श्रेणी में आता है। समय
के साथ इसके आकार-प्रकार में काफी विस्तार हो चुका है।
Blogging हमारा concept नहीं है। एक तरह से देखा जाय तो हम इस मामले में नकल कर रहे हैं। Blogging एक ऐसा concept है जिसकी कोई college या university में पढ़ाई नहीं होती।
हम पूरा का पूरा सुनी- सुनाई बातों पर निर्भर करते है। यही कारण है कि वास्तविकता से परे internet पर नोटों की गड्डियाँ देखकर, बिना सोचे-समझे बहुत सारे लोग ब्लॉगिंग करने का विचार सोच लेते है।
ज़्यादातर New Blogger फ़ेल क्यों होते है ?
English blogger का success rate जहां 10% है वही हिन्दी Blogger का success rate 1% भी नहीं है। फ़ेल होने का इतना ज्यादा ratio शायद ही किसी और क्षेत्र में मिले। ऐसा क्यों हैं?
बहुत सारे कारण हैं नये bloggers को फ़ेल होने के लिये । जब भी मैं blogger की बात करता हूँ तो इसे आप हिन्दी blogger के तौर पर ले। क्योंकि मेरा खुद का ब्लॉग हिन्दी में है। इंग्लिश ब्लॉगर तो इसे पढ़ने से रहे।
हिन्दी ब्लॉगिंग अभी अपने बचपन काल में है। किसी विषय पर जितना ज्यादा और विस्तृत post आपको इंग्लिश ब्लॉग में मिलेगा, उसका आधा भी हिन्दी blog में नहीं मिलेगा।
इंग्लिश ब्लॉगर और हिन्दी ब्लॉगर के सोच में जमीन- आसमान का फर्क है । निश्चित रूप से दोनों के फ़ेल होने के कारण भी अलग-अलग होंगे।
आगे जो भी कारण मैं बताने जा रहा हूँ वो हिन्दी ब्लॉगर को ध्यान में रखकर। इनमें कुछ गलतियाँ ऐसी भी है जो मैंने खुद भी शुरू मे किया था।लेकिन वक्त रहते संभल गया था।
1. लोगों से सुनकर Blogger बनना
हम जो भी कोई काम करते हैं उसके दो कारण होते है:
⇨ Career के रूप में अथवा पैसा कमाने के लिए।
⇨ अपने शौक अथवा hobby के तौर पर
अगर अपने देश की बात करें तो यहाँ सौ में से नब्बे लोग जो कुछ करते है वो पैसा कमाने के लिए। इसमें कोई गलत भी नहीं है। हमारे पास कोई अमेरिका की economy नहीं हैं।
हमें तो दाल रोटी जुटाने से ही फुर्सत नहीं मिलता जो हम कुछ शौक के लिए भी कर ले। दश प्रतिशत लोग है जो कुछ अपने शौक को पूरा कर लेते है। ये अलग बात है कि लोग आजकल शौक में भी पैसे ढूँढने लगे हैं।
ऐसे में वो पैसे कमाने के लिए अलग -अलग रास्ते तलाशते रहते हैं। पैसा तो चाहिए लेकिन बिना कुछ किए। ऐसे में internet से जहां लोगों को सहायता मिलती है वहीं बरगलाने वालों की भी कमी नहीं है।
पैसे कमाने की तलाश में internet पर ऐसे बहुत से fake slogan मिल जाते हैं। Free में अपना ब्लॉग बनायें और लाखों कमाएँ।
5 या 7 steps में blog बनाकर post publish करे। ये सत्य है कि 5 से 7 steps में ब्लॉग बनाकर post publish हो जाता है, लेकिन ऐसे post को पढ़ने वाले भी खुद आप और आपकी family member तक सीमित होते है।
5 या 7 steps में blog बनाकर post publish करे। ये सत्य है कि 5 से 7 steps में ब्लॉग बनाकर post publish हो जाता है, लेकिन ऐसे post को पढ़ने वाले भी खुद आप और आपकी family member तक सीमित होते है।
2. Research न करना
"मेहनत का कोई shortcut नहीं होता।" लोगों को पैसे कमाने कि इतनी जलद्वाजी होती है कि वो ये जानने कि भी कोशिश नहीं करते कि जिस नोटों का बंडल देखकर या जिस post को पढ़कर ब्लॉग शुरू कर रहे हैं उसमें कितनी सत्यता है।
एक सवाल यहाँ ये उठता है कि ऐसे आकर्षक पोस्ट लिखने से लिखने वाले को क्या मिलता है, जिसे पढ़कर लोग खुद भी बिना सोचे - विचारे blogger बनने का सोचने लगते हैं। उनको ये फायदा है कि उन्हें एक reader मिल जाता है। वो कहीं गलत नहीं हैं। वो जो कुछ सपने दिखाते हैं एक हद तक सही भी है, लेकिन उसके लिए मेहनत, धैर्य और research और लंबे समय कि जरूरत होती है।
अपने यहाँ एक कहावत है "माँ के पेट से कोई कुछ सीखकर नहीं आता, सबकुछ यहीं सीखना पड़ता है।"
मैं कई लोगों से बातचीत के अनुभव से बता सकता हूँ कि अपने देश में 90% से ज्यादा लोगों को ये सहीं से पता नहीं है कि blog या blogging क्या होता है।
मै कई सारे bloggers group से जुड़ा हुआ हूँ। जिस तरह से लोग प्रश्न करते हैं आश्चर्य होना लाजिमी हैं।
लोग blogging के basic term तक को नहीं समझते, critical term तो बहुत दूर की बात है। नहीं समझते इसमें कोई बुराई नहीं है। बुराई है समझना नहीं चाहते।
हम लोग इस मामले में थोड़ा ज्यादा over confident होते हैं। यहीं over confident हमें लेकर डूब जाती है फिर हम कहते है काम में मजा नहीं है।
3. ज्यादा over confident होना
"मै तो सबकुछ जानता हूँ।" इस एक सोच के कारण सौ में से निन्यानवे फेल होते है। न research करने की जरूरत न किसी और ब्लॉगर का पोस्ट पढ़ने की इच्छा।
दरअसल ज़्यादातर लोग पोस्ट लिखकर publish कर देने को ब्लॉगिंग समझते है। उनको लगता है हम एक फ्री का ब्लॉग बनाकर दो-चार पोस्ट पब्लिश कर देंगे, मेरा काम हो गया। आगे का काम readers का है, वो जैसे खाली बैठे हुए है। मेरे post लिखते ही वो सब सारा काम छोड़कर मेरा पोस्ट पढ़ना शुरू कर देंगे।
मेरे एक जानकार मित्र है। अच्छे खासे पढे- लिखे हैं। कलाकार है। एक दिन फोन पर बात हुई तो उन्होने अपना दुखरा सुनाया। उनका कहने का तात्पर्य था, उन्होने भी एक ब्लॉग बनाया था। कुछ- कुछ लिख रहे थे, लेकिन कोई पढ़ता ही नहीं था। हारकर उन्होने ब्लॉग को बंद कर दिया।
मैंने जब उनसे पूछा आपके ब्लॉग का domain name क्या है, किस niche पर लिखते थे? वे चकरा गये। दोनों मे से किसी भी शब्द को समझ नहीं पाये। बस इतना ही बता पाये की free का ब्लॉग था।
आखिर ऐसा उनके साथ क्यों हुआ। क्योकि उन्होने सुनी-सुनाई बातों पर लिखना शुरू किया। एक अच्छा ब्लॉगर बनने के लिए क्या-क्या पापड़ बेलने पड़ते है, इसको जानने की कोशिश नहीं की।
अब इस बात का अंदाजा लगाने में कोई दिक्कत नहीं की जिस व्यक्ति को ब्लॉगिंग के basic concepts के बारे में पता नहीं भला उसको blogging के deep concepts जैसे SEO और Backlinks के बारे में क्या पता होगा।
सहज अंदाजा लगा सकते है आज के competition के दौर में जहां न तो आपके पास इस विषय का ज्ञान है और या तो आप ज्ञान लेना नहीं चाहते या ज्ञान लेने के लिए आप अपना समय देना नहीं चाहते, सफलता का अंदाजा आप खुद लगा ले।
4. मेहनत, धैर्य और स्थिरता का अभाव
अपने यहाँ जीतने लोग ब्लॉगिंग में फेल होते है उनमें इन तीन चीजों मेहनत, धैर्य और स्थिरता का सख्त अभाव होता है।
मेहनत वो इसलिए नहीं करना चाहते क्योंकि वो तो shortcut की तलाश में हैं। अगर किसी ने उन्हें इस काम में मेहनत करने की सलाह दे दी तो जवाब होता है "जब इतनी मेहनत करना है फिर blogging क्यों करना?"
ऐसा लगता है जैसे ब्लॉगिंग करके वो किसी के ऊपर एहसान कर रहे हैं। धैर्य इतना होता है कि चार पोस्ट लिखने के बाद ब्लॉग पर traffic कि तलाश करने लगते हैं। स्थिरता के मामले में इनका जवाब नहीं होता।
आज एक पोस्ट cricket पर लिखते है तो कल दूसरा सरकार के कामकाज पर और परसो तीसरा कोरोना वायरस पर। दरअसल ये दर्शाना चाहते है कि इनको हरेक विषय का ज्ञान है और ये किसी भी विषय पर लिख सकते है। ये ऐसा इसलिए करते है कि इनको ब्लॉगिंग के बारे में कुछ नहीं पता। ये अलग बात है कि ये खुद को कितना भी ज्ञानी मान ले Googlebot तो इनके हिसाब से चलेगा नहीं।
इनको ये पता ही नहीं होता कि ऐसा करके ये कितनी बड़ी गलती करने जा रहे है। इनको ऐसा करने का दूसरा प्रमुख कारण ये भी होता है कि इनको किसी एक भी विषय कि इतनी जानकारी नहीं होती कि ये उसपर दस-बीस पोस्ट लिख सके, इसलिए आज एक विषय पर लिखते है तो कल दूसरे विषय पर। दश दिन बाद घर बैठ जाते है।
5. आमदनी कि तलाश बहुत जल्द होती है
Blogging एक ऐसा क्षेत्र है जिसमे सफल होने के लिए शायद सबसे ज्यादा समय लगता है। आमदनी के मामले में English blogging के सामने हिन्दी blogging कहीं नहीं ठहरता, तब जब मैं professional हिन्दी ब्लॉगर कि बात करता हूँ।
एक English blogger को अच्छी तरह स्थापित होने में कम से कम दो साल का वक्त लगता है, तब जबकि वो पूरे dedication के साथ मेहनत कर रहा हो। हिन्दी ब्लॉगर अगर पूरे ईमानदारी के साथ मेहनत करें तो तीन- चार साल बाद ही वो इस हालत में हो सकते है कि वो किसी को बता सके कि "हाँ मैं ब्लॉगिंग से पैसे कमा रहा हूँ।"
मेरे एक - दो मित्रों से जब मेरी ब्लॉगिंग के बारे में बात हुई और मैंने बताया कि मैं अपने blog से पैसे कमाने का लक्ष्य तीन साल बाद रखा है तो वो बड़े आश्चर्य में पड़ गये।
मैंने कई ऐसे लोगों को देखा है जो नया ब्लॉग बनाकर पोस्ट लिखने का काम बाद में करते है पहले कमाने का ही सोचने लगते है। कई ऐसे लोग भी होते है जो ब्लॉग बनाने के साथ तमाम तरह के adsense से अपने ब्लॉग को भर देते हैं। ऐसा लगता है जैसे कोई ब्लॉग न होकर परचून का दुकान हो।
आप खुद सोचे कोई ऐसा ब्लॉग जिसपर आप पोस्ट पढ़ने के लिए जाएंगे, पोस्ट कम और ad ज्यादा मिलेगा, आप क्या सोचेंगे।
आपकी जानकारी के लिए बताऊँ, किसी भी ब्लॉग के ट्रेफिक का मुख्य source होता है Google search.
Google Search किसी भी नए ब्लॉग के पोस्ट को सर्च में दिखाने के लिए कम से कम 6 महीने का समय लेता है। कभी-कभी तो सालभर लग जाते है। तबतक आपको खुद social media या अन्य माध्यमों से ट्रेफिक लाने के लिए प्रयाश करना पड़ता है।
ऐसे में अगर कोई व्यक्ति free का एक ब्लॉग बनाकर उसपर 5-10 पोस्ट लिखकर, दस दिन में traffic तलास रहा है और फटाफट पैसे कमाने कि सोच रहा है तो उसकी सफलता का अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।
Conclusion
ब्लॉग बनाकर उसपर post लिखकर उससे पैसे कमाना संभव है, लेकिन इसके लिए पूरा dedication, patience, hard work की जरूरत होती है। ब्लॉगिंग में मेहनत का कोई short cut नहीं होता।
काम में कोई बुराई नहीं है, depend करता है कि आप इसके लिए अपने - आपको कितना तैयार करते हैं।
अगर आपने Blogger बनने का निर्णय लिया है तो अच्छा निर्णय है। ये एक ऐसा काम है जिसको आप कहीं से भी कर सकते हैं, लेकिन ये दिमाग से निकाल दें कि कैसे भी कर सकते हैं।
अगर आप एक professional blogger के रूप में सफल होना चाहते हैं तो आपको आपको ऊपर बताए गए नये bloggers द्वारा किए जाने वाले common mistakes से बचना होगा।
अच्छा होगा ब्लॉगिंग के सारे terms को समझे, लिखने से पहले दूसरे के blogs को पढ़ने कि आदत डालें। आप अवश्य सफल होंगे।
आशा करता हूँ ये पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा और अगर आप ब्लॉगिंग करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए सहायक सिद्ध होगा।
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