
सर्वनाम किसे कहते हैं, परिभाषा, प्रकार और भेद 4, 5,6, 7, 8, 9, 10 के लिए।
सर्वनाम की परिभाषा (Sarvanam Ki Paribhasha)
ऐसे शब्द जो कि संज्ञा के स्थान पर आते हैं उन्हें सर्वनाम कहा जाता है। अन्य शब्दों में कहें तो संज्ञा के स्थान पर आने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं जैसे कि आप, मैं, तुम, वे आदि।
सर्वनाम शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है सर्व + नाम जिसका मतलब होता है कि सर्वनाम एक ऐसा शब्द होता है जो किसी खास व्यक्ति के लिए न प्रयुक्त न होकर सभी के द्वारा प्रयुक्त हो सकता है। सर्वनाम शब्द किसी का भी नाम नहीं होता बल्कि यह सबके लिए उपयोग किया जा सकता है। जैसे कि हम उपयोग करते हैं “मैं” जो कि किसी एक व्यक्ति का नाम नहीं होता बल्कि सबके लिए उपयोग किया जा सकता है। इसलिए ऐसे शब्दों को सर्वनाम कहते हैं।
सर्वनाम के कितने भेद या प्रकार होते हैं (sarvanam ke bhed)
आपको बता दें कि सर्वनाम के 6 प्रकार या भेद होते हैं जिनके बारे में हमने नीचे बताया है।
पुरुषवाचक सर्वनाम (Personal Pronoun) |
निश्चयवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronoun) |
अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronoun) |
संबंधवाचक सर्वनाम (Relative Pronoun) |
प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronoun) |
निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronoun) |
1. पुरुषवाचक सर्वनाम (Personal Pronoun)
पुरुषवाचक सर्वनाम उसे कहा जाता है जो किसी भी स्त्री या पुरुष के नाम की जगह उपयोग किये जाते हैं।
ऐसे सर्वनाम जो किसी भी पुरुष या स्त्री के नाम के स्थान पर प्रयोग बी किये जाते हैं, उन्हें “पुरुषवाचक सर्वनाम” कहा जाता है। आपको बता दें कि यह सर्वनाम 3 प्रकार के होते हैं जिसके बारे में हमने नीचे बताया है।
पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण
तुम, उस, उसने, वह, मैं,
पुरुषवाचक सर्वनाम के प्रकार
- उत्तम पुरुष
- मध्यम पुरुष
- अन्य पुरुष
उत्तम पुरुष
ऐसे सर्वनाम जिनका उपयोग किसी भी लेखक या वक्ता के द्वारा अपने लिए किया जाता है उसे उत्तम पुरुष सर्वनाम कहा जाता है।
जैसे- मेरा, मुझे, मेरे, मुझको आदि
मध्यम पुरुष
ऐसे सर्वनाम शब्द जिनका उपयोग श्रोता (सुनने वाले) के दर्शाने के लिए किया जाता है उसे मध्यम पुरुष सर्वनाम कहा जाता है। जैसे तुम, तुम्हे, तुमको, तुझे, आप, आपको, आपने
अन्य पुरुष
ऐसे सार्वनामिक शब्द जिनका उपयोग वक्ता और श्रोता के अलावा किसी अन्य तीसरे व्यक्ति के लिए किया जाता है उसे उसे अन्य पुरुष सर्वनाम कहते हैं।
जैसे उसने, उसका, उसे, उन, इनका आदि
2. निश्चयवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronoun)
निश्चयवाचक सर्वनाम ऐसे शब्दों को कहा जाता है जो कि पास या दूर की व्यक्ति या वस्तु के निश्चयात्मक संकेत के रूप में उपयोग किये जाते हैं।
जैसे— ये, यह, वे, वह
यह वह, ये, वे
निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण
- यह मेरा घर है।
- ये मेरा बैग है।
- वह मेरा दोस्त है।
- यह मेरा पेन है।
- वे मेरे शिक्षक हैं।
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronoun)
“अनिश्चयवाचक सर्वनाम” ऐसे शब्द होते हैं जो किसी निश्चित वस्तु या व्यक्ति का बोध नहीं कराते। जैसे कि कोई आ रहा है।
किसी ने देख लिया तो क्या होता?
कुल, कोई, कभी-कभी जैसे शब्दों को “अनिश्चयवाचक सर्वनाम” कहा जाता है। इनमे से सब कुछ, कुछ-कुछ, कुछ न कुछ, कुछ भी जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदहारण
किसी ने दरवाजा खटखटाया।
कोई देख रहा था।
अंदर कोई है।
4. संबंधवाचक सर्वनाम (Relative Pronoun)
ऐसे सार्वनामिक शब्द जो किसी दूसरे सर्वनाम या संज्ञा से संबंध बाते के लिए प्रयोग किये जाते हैं उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
- जैसे सो, जो, जैसा, वैसा
- जैसा करेगा, वैसे भरेगा
- जैसा देश, वैसा भेष
- जैसी करनी वैसी भरनी
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronoun)
ऐसे सार्वनामिक शब्द जिनका उपयोग प्रश्न करने के लिए किया जाता है वे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
- जैसे कौन, कैसे, क्या
- क्या तुम पढ़ोगे?
- क्या राजू खेलेगा?
- वहां कौन खड़ा है?
- क्या तुम मेरे घर आओगे?
6. निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronoun)
ऐसे सार्वनामिक शब्द जो कि प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरुष तीनो पुरुष में निजत्व का बोध कराते है उन्हें हम निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे अपने आप, अपनी, स्वयं’
मैं अपना काम “अपने आप” करूँगा। इस वाक्य “अपने आप” स्वयं के लिए उपयोग किया गया है।
निजवाचक सर्वनाम के उदहारण
अपनी कार खुद चलाता हूँ।
मैं अपना काम स्वयं करता हूँ।